केवल ई-ऑफिस मे ही सभी कार्यालयीन कार्य करने के कलेक्टर ने दिए निर्देश
कलेक्टर ने की समग्र ईकेवाईसी कार्य की समीक्षा
जल गंगा संवर्धन अभियान का बेहतर संचालन करें सभी विभाग – कलेक
कलेक्टर श्री बालागुरू के. की अध्यक्षता में जिला पंचायत सभाकक्ष में टीएल बैठक आयोजित की गई। बैठक में कलेक्टर श्री बालागुरू के. ने सीएम हेल्पलाइन, समय सीमा वाले विभागीय पत्रों और शासकीय गतिविधियों की विस्तृत समीक्षा की। उन्होंने विभागवार सीएम हेल्पलाइन की शिकायतों और निराकरण की समीक्षा करते हुए कहा कि सीएम हेल्पलाइन की शिकायतों के संतुष्टिपूर्ण और त्वरित निराकरण करें। उन्होंने कहा कि सभी विभाग प्रमुख सीएम हेल्पलाइन के निराकरण में अपनी उच्च रैंक बनाए रखें।
कलेक्टर श्री बालागुरू के ने बैठक में निर्देश दिए कि नेशनल हाईवे तथा रेलवे सहित विभिन्न परियोजना के भू-अर्जन और मुआवजा वितरण का कार्य तेजी से करें, ताकि परियोजनाओं का काम जल्द शुरू किया जा सके। इसके साथ ही उन्होंने वनग्रामों के राजस्व ग्रामों में संपरिवर्तन की कार्यवाही में गति लाने के निर्देश दिए। उन्होंने वनाधिकार पट्टे धारकों के फौती नामांतरण की कार्यवाही शीघ्र करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि संबंधित अधिकारी ग्रामीण तथा नगरीय क्षेत्रों में आवश्यकतानुसार पर्याप्त पेयजल की उपलब्धता सुनिश्चित करें। कलेक्टर श्री बालागुरू के ने निर्देश दिए जिन गौशालाओं में अतिक्रमण है उनके अतिक्रमण हटाए जाएं। कलेक्टर श्री बालागुरू के. ने सभी विभागों के अधिकारियों को निर्देश दिए कि वे सभी विभाग अपनी संपत्तियों को राजस्व रिकॉर्ड में दर्ज कराएं। बैठक में जिला पंचायत सीईओ डॉ नेहा जैन पंचायत एवं ग्रामीण विकास विभाग सहित अन्य अधिकारियों को आवश्यक दिशा निर्देश दिए। बैठक में अपर कलेक्टर श्री वृंदावन सिंह, संयुक्त कलेक्टर श्री नितिन टाले, श्री आनंद सिंह राजावत, एसडीएम श्री जमील खान, श्री तन्मय वर्मा, डिप्टी कलेक्टर श्री सुधीर कुशवाह सहित सभी विभागों के जिला अधिकारी उपस्थित थे। जिले के सभी जनपद स्तरीय अधिकारी वीसी के माध्यम से बैठक में शामिल हुए।
बेहतर परिवेश वाले कार्यालय होंगे पुरस्कृत
कलेक्टर श्री बालागुरू के ने कहा कि एक बेहतर कार्यालय परिवेश वह होता है, जो कर्मचारियों के लिए एक सकारात्मक, उत्पादक और स्वास्थ्यवर्धक वातावरण उपलब्ध कराता है। अच्छा कार्यालय परिवेश न केवल कर्मचारियों की कार्य संस्कृति और उत्पादकता को बढ़ाता है बल्कि स्वयं को तनाव मुक्त रखने के साथ ही स्टॉफ के साथ सौहार्दपूर्ण वातावरण के लिए महत्वपूर्ण होता है। उन्होंने कहा कि सभी शासकीय सेवक अपने घर के अलावा सबसे अधिक समय अपने कार्यस्थल पर ही व्यतीत करते हैं इसलिए अपने कार्यालय का वातावरण सकारात्मक और स्वास्थ्यवर्धक बनाएं।
कलेक्टर श्री बालागुरू के. ने कहा कि कार्यालय साफ-सुथरा और व्यवस्थित रखें, ताकि कर्मचारियों को कार्य करने में आसानी हो। पर्याप्त रोशनी की व्यवस्था हो। कर्मचारियों के लिए बैठक व्यवस्था सुविधाजनक हो और आगंतुकों लिए बैठने और पेयजल की व्यवस्था हो और शिष्टतापूर्ण व्यवहार किया जाए। अगर कार्यालय भवन भूतल पर हो तो आसपास पौधे लागएं। यदि उपरी मंजिल में हो तो हर रिक्त स्थान पर गमले रखें और पूरा स्टॉफ पेड़-पौधों की देख रेख करे। कलेक्टर श्री बालागुरू ने कहा कि बेहतर परिवेश वाले कार्यालयों को पुरस्कृत किया जाएगा।
केवल ई-ऑफिस मे ही करें समस्त कार्यालयीन कार्य
कलेक्टर श्री बालागुरू के ने ई-ऑफिस प्रणाली के क्रिन्यावन की विभागवार समीक्षा करते हुए कहा कि सभी कार्यालय जो ऑनबोर्ड हो गये हैं। वे पत्राचार, नस्ती, नोटशीट सहित अपना पूरा कार्यालयीन कार्य ई-ऑफिस प्रणाली में ही करें। साथ ही इन कार्यालयों के प्रमुखों को हिदायत भी दी कि वे अपने कार्यालय में ई-ऑफिस के आलावा समानान्तर कोई हार्ड पेपर पर काम न करें। उन्होंने ई-ऑफिस पर ऑनबोर्ड नहीं होने वाले विभागों को जल्द कार्यवाही करने के निर्देश दिए। कलेक्टर श्री बालागुरू के ने कहा कि वे विभिन्न विभागों के कार्यालय में जाकर ई-ऑफिस व्यवस्था का निरीक्षण भी करेंगे।
विद्युत व्यवस्था को लेकर नाराजगी
टीएल बैठक में कलेक्टर श्री बालागुरू के ने पार्वती परियोजना के विस्थापितों के लिए बिजली की उपलब्धता नही होने के कारण पेयजल व्यवस्था में हो रहे विलंब पर घोर नाराजगी व्यक्त करते हुए कहा कि बिजली कर्मचारियों द्वारा आमजन की शिकायतों का पूरी तत्परता से निराकरण नहीं किया जा रहा। उन्होंने विद्युत आपूर्ति व्यवस्था दुरूस्त करने और आम नागरिकों की समस्याओं का त्वरित निराकरण के निर्देश दिए।
समग्र ईकेवाईसी कार्य की समीक्षा
कलेक्टर श्री बालागुरू के ने समग्र ईकेवाईसी के कार्य की समीक्षा के दौरान ईकेवाईसी के कार्य में गति लाने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि दिन में भीषण गर्मी को देखते हुए शाम के समय कैंप लगाए जाएं और नागरिकों की समग्र ईकेवाईसी की जाए। उन्होंने कहा कि नागरिकों को बताएं कि समग्र ईकेवाईसी की मदद से राज्य सरकार के पास राज्य के सभी नागरिकों का डाटा मौजूद होता है, जिसकी मदद से राज्य सरकार राज्य में कई तरह की कल्याणकारी योजनाओं को उपलब्ध करा पाती है। इसकी मदद से नागरिकों के कई कार्य आसानी से संपन्न हो जाते हैं और किसी भी योजना के लिए उन्हें बार-बार रजिस्ट्रेशन करने की आवश्यकता नहीं पड़ता। समग्र ईकेवाईसी के तहत आधार-समग्र लिंक कराने से नागरिकों को कई लाभ होते हैं। इसका उपयोग सरकारी योजनाओं और सब्सिडी का लाभ लेने, स्कॉलरशिप, पेंशन, और स्वास्थ्य सेवाओं के लिए, राशन कार्ड और अन्य नागरिक सेवाओं, स्कूल/कॉलेज में प्रवेश के लिए, रोजगार पंजीयन के लिए, बिजली कनेक्शन एवं बिल भुगतान के लिए, पानी का कनेक्शन एवं बिल भुगतान के लिए, जाति प्रमाण पत्र एवं भूमि संबंधी लेन देन सहित अनेक सेवाओं को एक्सेस करने के लिए किया जा सकता है।
जल गंगा अभियान की समीक्षा बैठक
कलेक्टर श्री बालागुरू के. ने जल गंगा संवर्धन अभियान के तहत विभिन्न विभागों के माध्यम से अब तक किए गए कार्यों की समीक्षा की तथा अभियान को गति देने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि जल गंगा संवर्धन अभियान प्रदेश सरकार का महत्वाकांक्षी अभियान है इस अभियान को जनता एवं सरकार को मिलकर संचालित करना है। आम जनता को जल संरक्षण संवर्धन एवं प्रबंधन की जानकारी देकर सहभागी बनाना है। उन्होंने कहा है कि नए तालाबों, अमृत सरोवरों के निर्माण, पुराने तालाबों, जलाशयों का जीर्णौद्धार, स्टाप डैमों की साफ-सफाई एवं कड़ी शटर लगाने के कार्य, कपिल धारा, खेत तालाब, बलराम तालाब, जिन स्थानों पर हैण्डपंप या निस्तारी कुओं का पानी व्यर्थ में बह रहा है वहां हौज या रिर्चाज पिट बनाने के साथ ही जागरूकता कार्यक्रम आयोजित किए जाएं।




